
11 FACTS ABOUT KALAPANA CHAWLA IN HINDI.
BIOGRAPHY IN HINDI.
11 FACTS ABOUT KALAPANA CHAWLA IN HINDI
[et_pb_section][et_pb_row][et_pb_column type=\”4_4\”][et_pb_text]HELLO GYU DO YOU KNOW ABOUT KALPNA CHAWLA UNTOLD FACTS AND BIOGRAPHY.
पहली भारतीय अमेरिकी अन्तरिक्ष यात्री कल्पना चावला, जो अन्तरिक्ष यात्रा के लिए चुनी गई थी | अगर आप ये सोचते हो की आगे बढ़ने के लिए ज्यादा पैसा और अच्छी जगह पैदा होना आवश्यक है तो आप उन्ही करोड़ो लोगो की भाति सोच रहे हो जो अपने भाग्य को किस्मत के बल पर ठहराते है |
अगर आप वाकय में आगे बढ़ना चाहते हो तो एक बात हमेशा याद रखना की भविष्य कभी किस्मत पे टिका नहीं होता, हमारे लिए हुए ही फैसले ही हमारी तकदीर को निर्धारित करते है |
भारत का वो दौर महिलायों का के लिए इतना अवसर भरा नहीं था जो आज की भाति है|उस दौर में भारत की बेटी कलपना चाव्ल्ला ने ऐसे में भारतीय महिला के पद पर 1997 में स्पेस सटल कोलोम्बिया में पहली बार उड़ान भरी थी | और एरोस्पेस की इस महान महिला के बारे में आज हम 11 रोचक तथ्य को फक्र्ट्स एंड बायोग्राफी में जानेगे|
1 कलपना चावला एक मध्यम वर्ग से थी –
उनका जन्म 17 मार्च 1962 को करनाल, हरियाणा में हुआ था और भारत में पहले के समय में लोग महिलाओं के पढने पर रोक लगाया करते थे,और महिलाओं को केवल घर के कामो के लिए ही माना जाता था, लेकिन कलपना चावला के घर में उनके माता- पिता ने उनको पढने के लिए बोहत सहयोग किया|लेकिन कलपना चावला का समाझ हमेशा उनके विपरीत था , ऐसे समाझ से लड़ कर अपने सपना को पूरा किया|
2 कपना चावला कक्षा में कभी प्रथम नहीं आई-
बोहत से लोगो को हमेशा लगता है की कक्षा में जो प्रथम स्थान लाता है वो ही जीवन में कुछ कर सकता है असल में इसे लोगो की सोच बोहत छोटी होती है | हर इंसान का जन्म हुआ है किसी ना किसी मकसद के लिए जिसे उसे पूरा करना होता है | और कल्पना चावला ने स्पेस में उड़ान भरकर साबित कर दिया| कल्पना चावला ने हरियाणा से अपनी माध्यमिक कक्षा की पढ़ाई पूरी की और आगे की पढ़ाई के लिए 1982 में पंजाब इन्गिनीरिंग कोलेग चंडीगढ़ से एरोनोटिक इंजीनियरिंग में B-TECH की पढ़ाई पूरी की इसी बिच उन्होंने कभी भी पढ़ाई के दौरान अधिक अंक प्राप्त नहीं किये|
3 बुलंद होसले कभी झुकते नहीं-
कलपना चावला भारत के छोटे से भाग से अन्तरिक्ष यात्रा बनने की इच्छा रखने वाली पहली भारतीय लड़की बनी |कलपना चावला ने NASA में जाने के लिए NASA Entrance Exam जिसमे वह चयनित हो गई| अब कपना चावला ने अमेरिका NASA में जाने का फैसला लिया ,1962 में वह अमेरिका चली गई | और 1984 के इ टक्सेस यूनिवर्सिटी में मास्टर डिग्री हासिल की जो अपने आप में बोहत बड़ी बात है|ये सब हो पाया उनकी इच्छाशक्ति और बुलंद हौसलों से|
4 में हूँ मंटो –
आप सोच रहे होंगे की ये मंटो क्या है| असल में मंटो कलपना चावला को उनके परिवार से दिया गया नाम है जो अक्सर उनके माता-पिता उन्हें उसी नाम से बुलाते थे| जब कलपना चावला को दुनिया भर में पहचान मिली और वे एक महान व्यक्तित्व के रूप में जाने गए| इतनी सफलता के बाद जब वे घर पोह्ची तब उनके माता पिता ने उन्हें मंटो नाम पुकारना शुरू किया जिसके चलते वहा कड़ी मिडिया भी चौक हो उठी|
5 कलपना चावला ने किससे की शादी-
जब कलपना चावला अमेरिका में थी तब उन्हें एक व्यक्तित्व बोहत पसंद आया जो उनकी भावनायो और इच्छाओ को अच्छे से समझता था जिसका नाम जिन पियर हेन्सेल था| 1983 में उन्होंने जिन पियर हेन्सल से शादी की जो एक फ्लाइंग INSTRECTOR थे|और साथ ही साथ वह एक विमान लेखक भी थे|
6 कलपना चावला के और भी राज-
कलपना चावला NASA के सदस्य का हिस्सा बनने के बाद भी उन्होंने कविता लिखा कभी नहीं छोड़ा| जिसमे उन्होंने इस प्यारे भ्रमांड का वर्णन बोहत ही नायब तरीके से किया है| उस के साथ -साथ उन्हें नृत्य करना,साइकिल चलाना और बैड मिन्टन खेलने में ज्यादा शोक था|
7 कलपना चावला की पहली उड़ान–
उनकी पहली उड़ान STS-87 ,4 U.S MAICRO GRAVITY PAYLOAD उड़ान थी|जो 19 से 5 नंबर और कल्पना चावला 1997 तक स्पेस सटल कोलोम्बिया में थी|
8 NASA ने क्यों चुना कल्पना चावला को–
NASA ने 1994 दिसम्बर को एक अन्तरिक्ष यात्रा के उमीदवार के रूप में कपना चावला को चुना गया|और जल्द ही अपने तेज दिमाग और मेहनत के दम पर एक मिशन विशेषयग्य बन गयी|और बाद में कल्पना चावला ने कोलोम्बिया के रोबोट आर्म को संचालित किया|
9 कलपना चालवा ने क्यों छोड़ी भारत की नागरिकता–
हर इंसान को पुरे विश्व में ये मान्यता है की वो उस देश के नियम के अनुसार नागरिकता ले सकता है|और उसी के चलते कल्पना चावला ने अपने जीवन को अमेरिका में बिताने के लिए 1991 में अमेरिका की सिज़न्शिप ले ली थी |
10 कल्पना चावला ने अन्तरिक्ष के अनुभव में क्या देखा–
जब कल्पना चावला ने अपने पहले लोंच के बाद कहा की \”जब आप सितारों और आकाशगंगा को देखते है तो ऐसा लगता है की आप किसी विशेष भूमि के टुकड़े नहीं,बल्कि सौर मंडल का हिस्सा हो| और सायद कल्पना चावला को कहना सही था हमे इंसानी जीवन एक बार ही मिला दूसरी बार नहीं मिलने वाला, इन व्यर्थ की बातो को छोड़ कर जीवन का महसूस करना चाहिए,इस भ्रमांड की परिकल्पना को समझना चाहिए|
11 कल्पना चावला की मृत्यु कैसे हुयी –
एक महान प्रतिभा रखने वाली कपना चावला, जो के दुर्घटना में मारी गई जिका पहलु उनके जीवन को और रह्स्यमई बना गया|7 फरवरी 2008को क्रू मेम्बेर्स के स्पेस सटल कोलोम्बिया दुर्धटना में उनकी मृत्यु हो गई| यह तब हुआ जब उनके स्पेस सटल जब ब्रह्माण्ड की शहर करके, ब्रह्माण्ड के कई सारे राजो को समेट कर पृथ्वी के अन्दर प्रस्थान कर रहा था, तभी अचानक पृथ्वी के वातावरण की तीव्रता स्पेस सटल को प्रभावित हो उठा| जिसके चलते विमान में आग लग गई और वो बुरी तरीके से पृथ्वी की सतह पर ही ब्लास्ट हो उठा|
कल्पना चावला भले ही इस दुनिया में नहीं है,लेकिन भारतवाशियों के लिए एक माहन प्रतिमा है और वो विश्व स्तर पर जानी गई है| कपना चावला के जीवन से एक बात सिद्ध हो गई की जिस इंसान को जीवन में कुछ करना होता है तब वह व्यर्थ की बातो में अपना समय नहीं गावात|वो पूरा समय अपने आप को और बेहतर बनाने में लगाता है| और एक दिन जो जरुर पाता है जिसे वो चाहता है|
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11 FACTS ABOUT KALAPANA CHAWLA IN HINDI.