भारत के विद्यार्थी नक़ल क्यों मारते है? (FACTS)
EXAMINATION HALL IN CHEAT

अगर भारत की तुलना में दुसरे विकसित देशो के युवाओं को देखा जाए तो वह कक्षा में कभी उतरींण आने के लिए नहीं पढ़ते | उन्हें सिर्फ अपने आपको सही साबित करना होता है इस लिए वे अपने आप को काबिल बनाने के लिए खुद पर ध्यान देते है ना की किताबी कीड़े बन कर रहा जाते है |
WHY CHEAT INDIAN STUDENTS :-
यह बात सत्य है की भारत के अन्दर हर दिन बेरोजगारी बढ़ रही है, भारत में युवाओं को हर दिन कोम्पितिओन शब्द का सामना करना पढता है जिससे उन्हें नींद भी नहीं आती, जिससे वे मानसिक तरीके से धवस्त हो जाते है |
भारत देश में विधार्थी पर शिक्षा का इतना दबाव दिया जाता है! कि विद्यार्थी रात भर बैठ के नोट्स copy करता है और उम्मीद से ज्यादा number ना आने पर stressful or harassment में आकर वह suicide कर लेता है क्योंकि किताबी शिक्षा का इतना pressure होता है, की उसे मौत सरल लगती है।
google पर लाखों की संख्या में स्टूडेंट मिल जाएंगे जो teacher, और शिक्षा के pressure में आके आत्महत्या कर चुके है। ऐसे खोखले युवा शक्ति को देख कर कोई भी विकशित देश को फिर से गुलाम करने की कोई जरुरत नही पड़ेगी क्युकी यह देश पहले से मानसिक रूप से गुलाम है|
विद्यार्थी को हमेशा बचपन से कॉपी करना सिखाया जाता है चाहे वो स्कूल की यूनिफार्म हो या पास में रहने वाला किताबी कीड़ा विद्यार्थी। देश में शिक्षा की इतनी कमी है,कि उन्हें यूनिफार्म के माध्यम से बताया जा रहा है कि हम सब एक है।
और हमेशा parents बच्चो को ये समजाते है कि क्लास में no1 आना,जिससे विद्यार्थी की mentility स्वार्थ में बदल जाती है और भविष्य में विद्यार्थी केवल अपने बारे में ही सोचता है।
भारत के विद्यार्थीयो की इतनी बुरी दशा के भारत के आदिवासी इलाकों में लड़कों को ये भी नही पता की भारत के राष्ट्रपति का नाम क्या है। जब भारत की शिक्षा इतनी कमजोर हो सकती है तो वो दूसरे देश का सामना और उससे आगे कैसे बढ़कर दुनिया में पहेचान बढायेगा।
असल बात तो ये है कि हम सब का का brain wash कर दिया असल में ये अनपढ़ और भ्रष्ट लोगों ने देश को खोखला कर दिया है। पहले ब्रिटिश सरकार की गुलामी करवाई और अब देश बेच कर खुद विदेशो में परिवार के साथ ज़िन्दगी जी रहे है।
INDIAN EXAM THINKING POINT
असल में देश के युवाओं को शिक्षा में ये सीखना चाइये की हम सब भारतीय है। भेदभाव से परे हर भारतीय के प्रति प्रेमभाव पैदा करने वाली शिक्षा देनी चाइये।
ज्यादा परसेंटेज के चक्कर में लड़कों की शारीरिकता कमजोर हो रही है। और वे अपने आप को एक रोबोट की तरह बना लिया है। जिसके अंडर उस सब्जेक्ट से सम्बंधित सारा ज्ञान है लेकिन मानव जीवन से कई गुना ज्यादा कोसो दूर है।
मेरे friend के suicide का कारन भी इसी मेसे था अगर आप एक perents या teacher है तो इसे पढ़े जरूर क्योंकि जो मेरा नजरिया था जो मेने bolgके माध्यम से बता दिया।